उम्र नहीं रुकावट

 सीखने की कोई उम्र नहीं होती

पढ़ा है बचपन से


और व्यवहार में उतारते 

कुछ महिलाओं को 

देखा भी है हमने


घूँघट , रूढ़ियों और

उम्र को पीछे छोड़

बस लालसा रखतीं सीखने की


चंद्रो और प्रकाशी ने

सीखी थी नि़शानेबाजी

थी उम्र तब उनकी पैंसठ


निशानेबाजी में रच इतिहास

विश्व में नाम कमा

कहलाईं शूटर दादी


पुरस्कृत हुईं अनेक सम्मानों से

राष्ट्रपति से भी मिला था

उनको स्त्री शक्ति का सम्मान


चंद्रो और प्रकाशी ने

जैसे उम्र को पछाड़

रचा इतिहास


सीख उनसे ले

उम्र को ना बनने दे

सीख में व्यवधान


बस अब यही कहना है

रुकावट नहीं बनती है उम्र

आवश्यकता है दृढ़ इच्छा शक्ति 

और स्वयं पर विश्वास की ॥




Comments

Popular posts from this blog

बात ही बात

कर्मकांड

बिटिया रानी