रिश्ता पिता - पुत्री का
आज आद्या ने अपने पापा के साथ एक ऐसी शरारत की कि मुझे अपने द्वारा की गई शरारत याद आ गई।कहा जाता है बेटियों को पापा और बेटों को माँ ज़्यादा मानती है ।लेकिन ऐसा नहीं होता माँ - बाप के लिए बच्चे बराबर होते हैं । सब कहते हैं मेरे पास हर बात का अपवाद होता है इसका भी है लेकिन आज गंभीर मुद्दे पर नहीं लिखना।
बेटियों में आकर्षण शक्ति होती है वो जल्दी ही लोगों को अपनी ओर आकृष्ट कर लेती हैं।आपको प्रायः सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो या लेख मिल जाएगा जिसमें पिता और पुत्री का विशेष प्रेम देखने को मिलता है।ऐसा नहीं है कि पुत्र को वैसा प्रेम नहीं होता अपने पिता से या वो वैसी हरकत नहीं करता।पुत्र भी वैसी ही हरकत करता है बस वो सोशल मीडिया पर वायरल नहीं होता। शायद इसलिए कि पूर्व में हम बेटा - बेटी में भेदभाव करते थे और उस पूर्वाग्रह को मिटाने के लिए पिता - पुत्री का प्रेम ज़्यादा वायरल होता है।
हमारे यहाँ आद्या भी अपने पिताजी के काफ़ी क़रीब हैं ।हाँलाकि उसको जो काम मुझसे करवाना होता है वो करवा ही लेती है।और पढ़ाई ! आद्या को पढ़ाना बचपन से ही बहुत कठिन कार्य रहा है । एक बार तो उसके पापा उसको पढ़ा रहे थे और वो उनके सामने कत्थक कर रही थी🤦♀️। icse में तो ट्यूशन लगाने के बावजूद उसको समझ अपने पापा से ही आता था। आज भी वही हाल है । 2024 में बोर्ड होगा तो पिता - पुत्री की तैयारी चल रही है।
मेरे और मेरे पापा का रिश्ता भी अनोखा था। उस समय जहाँ लोग पापा से डरते थे और मम्मी से चिपकते थे वहाँ मैं मम्मी से डरती थी। उन्होंने कभी मारा हो ऐसा याद नहीं पड़ता बस वो आँख दिखाती थीं। हाँ ,पापा से ज़रूर पिटे हैं।इसके बावजूद पापा को दरवाज़े के पीछे छिपकर डराना मुझे बहुत पसंद था और हम दोनों में झगड़ा भी बहुत होता था।पापा खुद भी सबसे कहते थे, “ हमारी और डॉली की लड़ाई ऐसी होती है जैसे भाई-बहन के बीच होती है।” और जैसे आद्या की फ़रमाइश कभी ख़त्म नहीं होती वैसी ही मेरी भी फ़रमाइश ख़त्म नहीं होती थी।
वैसे तो आद्या का अपने पापा से दोस्ती वाला रिश्ता है।उसने कभी भी अपने पापा को परेशान नहीं किया। लेकिन आज उसने शरारत कर ही दी। आज आद्या अपने पापा के ऑफिस जाने के समय मुझे इशारा करते हुए उनसे पहले नहाने चली गई जिसके बारे उसके पापा ने सोचा नहीं था। वो भी वो तब नहाने घुसी जब उसके पापा को जल्दी थी । मैं भी उसकी यह हरकत देखकर मुस्कुरा दी थी और अपने द्वारा की गई शरारत को लिखने के लिए बेचैन हो गई।
मेरे पापा ऑफिस अपवाद स्वरूप ही समय से गए हैं। ऐसे ही एक बार मेरी लॉ की क्लास थी और मुझे समय से साढ़े दस बजे जाना था लेकिन मेरे पापा को पहले नहाना था उनके स्नानघर घुसने का अर्थ यह कि वो पैंतालीस मिनट से पहले बाहर नहीं आने वाले और ऐसे में मेरा पहले नहाना ज़रूरी था। हम दोनों में झगड़ा हुआ और वो नहाने घुस गए और इस दौरान मैं उनको बाथरूम में बंदकर विश्वविद्यालय चली गई। आज भी इस घटना को याद करती हूँ तो हँस देती हूँ । मालूम नहीं पापा को याद होगा या नहीं।ब्रेन स्ट्रोक के बाद उनको याद कम रहता है।तो भी कभी - कभी किसी पुरानी बात को याद कर फ़ोन कर देते हैं।
ऐसा है आद्या और उसके पापा , और मेरे और पापा का रिश्ता।❤️🙏
Pita putra ka prem gambhir aur kam hi prakat hota hai, lekin aaweg putra aur putri dono ke prati utna hi hota hai. Ek ke vidayee ke baad jane ka ahsas hi usko jyada prakat kara deta hai kyonki usko pyar.karne ka samay kudrat ne.hi kam diya hai.
ReplyDeleteAadya has been provided immense love by all including me.Has been notorious since childhood.
ReplyDeleteThe bonding and the understanding she and papa share cant b described in words.I cant ever ignore but totally adore the love she receives from maa as well.She is to be loved though.The little munchkin of r family😘
👌👌👌
ReplyDelete😍😍✔️
ReplyDelete😍😍✔️
ReplyDelete🤩♥️♥️
ReplyDelete❤️❤️👏🏻👏🏻
ReplyDelete❤️❤️
ReplyDelete❤️🙌🏼
ReplyDelete💕🫶❤️
ReplyDelete