देवी गीत
तेरे दर्शन को कब से खड़ी मइया खोलो कपाट
खोलो कपाट मइया,खोलो कपाट।
तेरे दर्शन ————
मइया के मन को सिंदूरा भावे
मनिहारन बनकर कब से खड़ी मइया खोलो कपाट
तेरेदर्शन——-
मइया के मन को गुड़हल भावे
मालिन बनकर कब से खड़ी मइया खोलो कपाट
तेरे दर्शन ———-
मइया के मन को चुड़ियाँ भावे
चुड़िहारन बनकर कबसे खड़ी,मइया खोलो कपाट
तेरे दर्शन——
मइया के मन को बिछुआ भावे
सोनारन बनकर कबसे खड़ी मइया खोलो कपाट
तेरे दर्शन———-
मइया के मन को लंहगा भावे
बजजवा बनकर कबसे खड़ी मइया खोलो कपाट
तेरे दर्शन ———
मइया के मन को हलवा भावे
हलवाइन बनकर कबसे खड़ी मइया खोलो कपाट
तेरे दर्शन ————
खोलो कपाट ———
तेरे दर्शन ———।
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