साइकिलीया कीन ला
ऐ राजा अब तू साइकिलीया कीन ला
साइकीलीया चलाय क वजनौं घटाय ला
उही साइकीलिया पय हमका घुमाय दा
ऐ राजा अब तू साइकिलीया कीन ला।
तोहार छाती ना छप्पन इंच का
छप्पन इंच ख़ातिर साइकिलीया कीन ला।
गाड़ी म पेट्रोलवा अब तोहसे ना भराई
ऐही ख़ातिर राजा तू साइकिलिया कीन ला।
ऐ राजा ट्रैक्टरवा अब तू बेंच दा
ट्रैक्टरवा बेचकर बैलवा ख़रीद ला
ट्रैक्टरवा म डीज़ल तोहसे ना भराई
तोहार छाती ना छप्पन इंच का
छप्पन इंच ख़ातिर साइकिलीया कीन ला।
ऐ राजा अब तू साइकीलीया कीन ला
उही साइकीलिया पर घूँघट काढ़कर
हमहूँ चलब चौबीस म बोटिंग बूथ पर
उहैं हम कमल पर ठप्पा लगाइब
ठप्पा लगाइ क कमल के जिताइब
कमल के जिताए क साइकिल बिकाइब
साइकिल बिकावै ख़ातिर
साइकिलीया कीन ला
उही साइकिलीया से वजनौं घटाय ला
ऐ राजा अब तू साइकीलिया कीन ला।
Sab kuchh kar leya lekin kamal ke daman n chhodu guian kahe ki ihai izzat ki rotia khiayee. Etna gussa n ho abai, saikilia baad mein bik ke gadia lai aayee. Jab hamay bharat teesri mahashakti hoi jayee. Ae guian gussawa abai thook dya, chala kahin scooter pe ghoom aayee.
ReplyDelete😁😁😁
Kya baat hai ...👌👌
ReplyDeleteबहुत अच्छा लगा अब तुम कहानीकार से कवि भी बन गई।
ReplyDeleteMarvelous, New Jaya Mishra seen in.
ReplyDeleteAnand Singh Bisht, Lucknow
Awesome lines with the indigenous touch..
ReplyDeleteWaaaah bahen
ReplyDeleteReally awesome 👏 churaya ja sakta hai
ReplyDelete