सपने
अजीब होते हैं सपने
कभी डरावने,कभी सुहावने
कब कौन चुपके से आकर मन खुश कर जाए
और कब कौन रुला कर चला जाए
कब किस बात पर रुला दे , कब हँसा दे
कब एक देस से दूसरे देस पहुँचा दे
कब बिछड़ों से मिला दे कब वियोग का दुख दे दे
वाकई बहुत अजीब होते हैं सपने।
कब हिम्मत बढ़ा दे कब घटा दे
कब डर से थर थराहट पैदा कर दे
किसी का इस पर जोर नहीं
वाकई बहुत अजीब होते हैं सपने।
सच में।
ReplyDeleteबड़े अजीब होते हैं सपने
कभी पराए तो कभी अपने
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Deleteआपकी हौसलाअफजाई बहुत हिम्मत बढ़ाती है
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Deleteबहुत बढ़िया। सपने की सही व्याख्या 👍
ReplyDelete🙏
Delete🙏
DeleteVery nice 👏
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