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Showing posts from June, 2023

अनमोल पूँजी

 वृद्धों का अपमान ना करना वे हैं धुरी समाज की बरगद सी छाया  उनसे ही मिलती उस छाँव में होती शीतलता महत्ता, उसकी कम ना करना । रखते पास , कोषागार अनुभव का उपभोग कोष का तुम करना अपव्यय कर अपमान ना करना  उसका मान बनाए रखना । संकट में बन आशीष का साया  बनते संकट हर्ता  उस साए से दूर ना रहना साए का मान बनाए रखना । पुरातन संस्कृति सभ्यता के ज्ञाता वो सहेज उस ज्ञान को पुरातन संस्कृति, का मान तुम रखना उनकी ही छत्र - छाया में नन्हें - मुन्नों को प्यार है मिलता उस प्यार का मान तुम रखना छाया का सम्मान तुम करना। कुछ पल बैठ क़रीब एकाकी ना रहने देना कुटुंब की नींव कहाते नींव को निर्बल ना करना थाम हमारे हाथों को पथ पर चलना हमें सिखाया उन झुर्री वाले हाथों का परित्याग ना करना हाथों को उनके थामे रखना  देख मलिन मुख उनका निराश ना होना उस मुख के पीछे के संघर्ष को पढ़ना संघर्ष का मान बनाए रखना । वृद्धों का अपमान ना करना —————x—————

नन्हीं चिड़िया

लगता, फिर आई वह नन्हीं चिड़िया चीं चीं चीं कर शोर मचाती; मैं झल्लाई, दाना - पानी सब तो रखा था फिर क्यों चीं चीं कर बुला रही ? जाकर देखा तो चिड़िया नहीं, (बल्कि, )चिड़ियों का पूरा कुनबा,था जिनके लिए वह ( दाना पानी)कम था। और दिया जब दाना-पानी, चुगने लगीं सब चिड़िया रानी। अब तो नित्य नियत समय पर आना उनका तय था मन मेरा भी भाव-विभोर था । आज बुलाने सब शयन कक्ष तक आईं थीं जो भूल गई थी उनका खाना रखना । दौड़ी जब वह सब रखने   तब गए पैर लड़खड़ा मेरे। ओह ! तो यह था केवल सुन्दर सपना ! अब तो कहीं नहीं वे नन्हीं चिड़ियाँ, ना ही उनकी चीं चीं चीं। उदास असहाय सी बैठी मैं खोज रहीं थीं आँखें मेरी चिड़ियों के उस कुनबे को । तभी दूर गगन से  आई आवाज़ - तुम सब हो अपराधी मेरे तुम सबने उजाड़े घरौंदे मेरे मिटाया अस्तित्व को मेरे फिर खोज रहीं क्यों मुझे ये आँखें ? सुनकर यह एक टीस उठी; रुंधे स्वरों में मैं बोली- तुम बिन यह आकाश सूना,  धरती भी सूनी, और यह भी सच,  हैं  हम सब अपराधी।   पर अब ना घरौदें उजड़ने दूँगी, वृक्ष लगा कर फिर बसवा दूंगी,  लाकर तुमको अपनी दुनिया में, अपराध बोध मि...

रिश्ता पिता - पुत्री का

             आज आद्या ने अपने पापा के साथ एक ऐसी शरारत की कि मुझे अपने द्वारा की गई शरारत याद आ गई।कहा जाता है बेटियों को पापा और बेटों को माँ ज़्यादा मानती है ।लेकिन ऐसा नहीं होता माँ - बाप के लिए बच्चे बराबर होते हैं । सब कहते हैं मेरे पास हर बात का अपवाद होता है इसका भी है लेकिन आज गंभीर मुद्दे पर नहीं लिखना।             बेटियों में आकर्षण शक्ति होती है वो जल्दी ही लोगों को अपनी ओर आकृष्ट कर लेती हैं।आपको प्रायः सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो या लेख मिल जाएगा जिसमें पिता और पुत्री का विशेष प्रेम देखने को मिलता है।ऐसा नहीं है कि पुत्र को वैसा प्रेम नहीं होता अपने पिता से या वो वैसी हरकत नहीं करता।पुत्र भी वैसी ही हरकत करता है बस वो सोशल मीडिया पर वायरल नहीं होता। शायद इसलिए कि पूर्व में हम बेटा - बेटी में भेदभाव करते थे और उस पूर्वाग्रह को मिटाने के लिए पिता - पुत्री का प्रेम ज़्यादा वायरल होता है।            हमारे यहाँ आद्या भी अपने पिताजी के काफ़ी क़रीब हैं ।हाँलाकि उसको जो काम मुझसे करवाना ...