अवध में दीपोत्सव
अवध में हो रही है जयकार कि आ रहे हैं श्री राम संग में उनके सिया लखन हैं और हैं रुद्रावतार अवध में हो रही है जयकार कि आ रहे हैं श्री राम रघुकुल की वो रीत निभाकर चौदह वर्ष वनवास काटकर कर रावण संहार अवध में हो रही है जयकार कि आ रहे हैं श्री राम मग में उनके फूल बिछाकर अवध वासी मिल ढोल बजाकर कर रहे सब सत्कार अवध में हो रही है जयकार कि आ रहे हैं श्री राम नगरवासी मिल मंगल गाकर नरनारी मिल दीप जलाकर दूर करें अंधकार कि आ रहे हैं श्री राम अवध में हो रही जय जयकार कि आ गए हैं श्री राम।